समाज क्या कहेगा, अगर यह सोचे तो प्यार किसी से होगा ही नही। एक ऐसी प्रेम कहानी,जो संबंध,समाज से उच्चतम है।
प्यार एक ऐसा संबंध,रिश्ता है जो ना चाहते हुए भी किसी से भी हो जाता है।
साथियों आप सभी जानते है कि आज कल प्यार के बहुत मायने हो गए है किसी को लगता है प्यार जिस्म के लिए किया जाता है,किसी को लगता है पैसे के लिए किया जाता है,किसी को लगता है यह संबंध केवल जरूरत तक ही होता है। लेकिन साथियों "प्यार" वो धारा है जिसको रास्ते की जरूरत नहीं पड़ती है वो रास्ता खुद बना लेती है।
उसी प्रकार से प्यार किस से कब हो जाए वो भगवान कृष्ण को भी नही पता था,क्युकी प्रेम का कोई अंत नहीं होता है। अंत केवल उसी का होता है जो केवल मतलब से किए जाते है, और आज का समाज में प्यार केवल पैसों के लिए,सेक्स के लिए ही रह गया है। पर कुछ लोग ऐसे है जो की मात्र 10% है जो केवल उनकी आत्मा से रूह से प्यार करते है,ऐसा प्यार करते है की उनके बिना एक पल नही जी सकते है। आज कल समाज में प्यार का बहुत गलत मतलब निकाला जाता है,लेकिन अगर देखा जाए तो पहले मतलब त्रेता युग, द्वापर युग...जैसे युगों में प्यार के लिए लोग सब कुछ त्याग देते थे,उनकी याद में डूब जाते थे जैसे उनसे बढ़ कर कोई है ही नही।
यह कहानी है एक ऐसे लोगो की जिसका प्यार 14 सालो से है और अभी भी है लेकिन कड़वाहटे, छोटी छोटी गलतियों की वजह से आज उसमे दरार जैसी मिलावट आने लगी है वो भी केवल आपस में समझ की वजह से क्युकी एक अपनी लाइफ में बिजी है दूसरा उसके लिए अपना सारा काम छोड़ कर भी उस से प्यार करना चाहता है।
आइए जानते है यह अद्भुत प्रेम कहानी के बारे में। आज से करीब 12 साल पहले जब लड़की उसके घर आई थी तब महज वो 15 साल की भोली,मासूम चेहरा,हमेशा सभी से मुस्कुराते हुए बात करने वाली इधर उधर भटक रही थी। तब ही उस लड़के की नजर (उस समय लड़का का उम्र करीब 17 साल था),उस नटखट सी लड़की पर पढ़ा,तो वो देखते रह गया,क्युकी वो सबसे अलग थी बिल्कुल हलचल सी, गालों पर तिल उसको उसकी नजर ना लगने से बचा रही थी,उसकी मुस्कान के आगे तो स्वयं भगवान भी मुस्कुरा दे इतनी प्यारी लग रही थी। उसी वक्त से उस लड़के को उस लड़की के लिए प्रेम हो गया वो वैसा प्रेम नही जो आप लोग सोच रहे है,क्युकी उस उम्र में प्यार प्यार वार का मतलब भी वो लड़का और लड़की दोनो नही जानते थे।
कुछ वक्त बाद उन दोनो का मिलन हुआ उसी लड़के के घर तो लड़की मुस्कुराते हुए उसके गले लग गई,और लड़का देखते रह गया क्युकी उसको विश्वाश नही हुआ। फिर पैर छू कर चली गई,क्युकी वो लड़की उसके रिश्तेदार में ही थी। तब हुआ क्या वो लड़का बार बार उसको देखने के लिए मिलने के लिए उसके करीब जाने लगा,और वो लड़की भी उस से मिलना चाहती थी क्युकी वो लड़की भी मुझे बहुत मानती थी।
समय बीतता गया वो लड़की अपने घर जाने लगी,तब वो लड़का उसे देख रोने लगा जैसे कोई आत्म उस से दूर जा रहा हो। लड़की अपने घर चली गई फिर दोनो अपने अपने पढ़ाई में लग गए,लेकिन लड़का कुछ दिनों तक उसकी याद में रहा क्युकी उस वक्त प्यार क्या होता है कुछ समझ नही था,लेकिन एक रिश्ता बनता है जो दूर जाने पर खुद ही आंसू आने लगता है जैसे कोई बेटा मां से दूर जाता है तो मां स्वयं रोने लगती है वही प्रेम उसके साथ हो गया था।
वक्त बिता कुछ साल हो गए,साल 2012 में लड़का का कोई प्रतियोगिता का परीक्षा था और वो सेंटर उसी के शहर में पड़ा,जिस शहर में वो रहती थी। इसलिए वो लड़का उसी के घर रहने चला गया,ऊपर से उसका करीबी संबंध भी था। उसके घर पहुंचा,गेट खुल रहा था और गेट खुलते ही देखा की गेट खोलने वाला कोई और नहीं वो स्वयं वो लड़की ही थी जिसके मुस्कान,भोला पन पर वो दीवाना था,जिसके बिछड़ने पर रोया था। वो लड़का बहुत खुश हुआ और लड़की तुरंत पैर छूकर प्रणाम की ओर घर में चली गई क्युकी उसका बड़े पापा वही थे,इसलिए वो मुझे ठीक से देखी तक नही। रात हुआ वो लड़का अकेले बैठा था तो वो चाय ले कर आई और चाय रखती हुई बोली कैसे है आप ? यार उस समय लड़के का शरीर का रोम रोम उसको जवाब देने के लिए तैयार हो बैठा था कब से और वो तुरंत जवाब दिया ठीक हू,आप कैसे हो? फिर क्या बैठकर बाते शुरू हुई वो अपने कहानी अपने परिवार,अपने दोस्तो वाली सुनाई,फिर पढ़ाई की बाते हुई,वो लड़का भी अपने बारे में बताए,फिर रात हो गई तो दोनो सोने चले गए।
सुबह हुआ तो लड़की पहले ही उठी हुई थी,वो देखी की मैं उठ गया तो वो चाय ले कर मेरे पास आई और बोली गुड मॉर्निंग लड़का तो यार उसके मुस्कान से ही पागल हो गया था,तो वो भी बोला गुड मॉर्निंग। वो लड़की दूसरे
कमरे में वो लड़का उसी के सामने वाले हाल में बैठकर TV देख रहा था,लेकिन TV से ज्यादा तो वो उसे देख रहा था,पर यह प्यार केवल उसके मुस्कुन और उसके भोले पन का था। समय बिता मुझे घर जाने का समय हो गया था, तब वो उस लड़के का सब सामान पैक कर दी थी लेकिन उसके चेहरे पर उदासी था साथ ही वो लड़का तो उदास था ही। समय हुआ और वो लड़का चला गया और वो लड़की उस समय घर की बालकनी से देख रही थी,वो लड़का रो दिया और चला गया।
वक्त बिता फिर एक दिन उसका कॉल आया,और वो लड़का अचंभित हो गया फिर दोनो में बाते होने लगी,बहुत देर तक हुई और पता चला वो अपनी गांव आई हुई है इसलिए वो अपनी मां के नंबर से बात कॉल की थी। फिर हर रात बात होने लगी फिर लड़का ने उसको प्रपोज कर दिया,और देर रात बाते होने लगी।
एक दिन उस लड़का ने कुछ अलग ही मांग लिया उसके प्यार के प्रूफ के तौर पर तो वो नाराज हो गई लेकिन उस लड़का का भी गलती नही था क्युकी लड़की अभी तक हा नही बोली थी इसलिए वो उस से कुछ अलग ही डिमांड कर दिया। समय बीतता गया लड़का का प्यार बढ़ता चला गया उसके प्रति और लड़की का भी लेकिन कहते नही है जवानी,प्यार का दूसरा नाम ही संबंध है,जिस से विश्वाश होता है कि नही वो केवल उसकी है,साथ ही कुछ बचपना। समय बीतते गया एक दिन लड़का उस लड़के ने समझाया की उसके बिना वो नही जी सकता है वो बहुत प्यार करता है,लेकिन यार उस समय कौन समझाए की प्यार इतना गहरा हो गया है। फिर इसी कड़वाहट की वजह से दोनो में बात होना बंद हो गया। लेकिन लड़का उसको भूल नहीं पा रहा था और लड़की अपने स्कूल में बिजी हो गई। कहते है न लड़किया जल्द बदल जाती है पर जो सच्चा प्यार करता है वो कभी नही बदलता है लड़का इंतजार करने लगा उसका बहुत दिन हो गया कोई कॉल नही आया तो लड़का किसी तरह से उसका नंबर जुगाड कर उसकी कॉल करता था लेकिन कुछ बोलता नहीं था,उसकी आवाज सुनकर लड़का बहुत खुश हो जाता था। उस लड़का को जब भी दिल करता था उसकी आवाज़ सुनने को तो वो कॉल कर लेता था दूसरे दूसरे नंबर से मधुर आवाज तो सुनता ही था साथ ही वो लड़की गाली भी दिया करती थी तब भी वो लड़का प्यार से सुनता था और फिर कॉल कट कर देता था। फिर एक दिन अचानक किसी काम से लड़का उसके घर गया तब फिर वहीं गेट खोलती हुई नजर आई,फिर वो लड़का बहुत खुश हुआ। समय बिता बात होई फिर सब कुछ ठीक हो गया कुछ दिन साथ रहने पर। फिर लड़का वहा से चला गया,पर लड़का जब भी उस से दूर जाता पता नही वो खूब रोता पूरे रास्ते मानो कोई उसकी दुनिया से जा रहा हो। कई दिन बीते उसका मोबाइल ले लिया गया फिर बात चीत बंद हो गया।
फिर एक दिन अचानक उसका कॉल आया और उसकी एक आवाज़ से ही वो लड़का पहचान जाता था क्युकी वो आत्मा से उसको प्यार किया था। फिर जैसे ही लड़का ने फोन उठाया तो बोली कहा है आप तो लड़का ने तुरंत बोला पटना हू, तो उसने कुछ पैसे के लिए लड़का को फोन किया था तब लड़का ने कहा कितना चाहिए तो शायद 3 हजार के करीब लड़की बोली,लड़का बोला ठीक है दे देंगे, फिर बाते हुई लड़का पूछा किसका मोबाइल से कॉल की है तो बोली की दोस्त के मोबाइल से लेकिन जब लड़का पता लगाया तो वो उसका ही मोबाइल था। फिर क्या लड़का यह भी पूछा किस लिए पैसा चाहिए तो लड़की बोली दोस्त को जरूरत है उसको किसी को गिफ्ट देना है, और उस लड़का का शुरू से आदत था उसको कभी ना बोला ही नहीं था और पैसे के लिए तो किसी को भी ना नही बोलता था पैसा रहे अथवा मत रहे। कॉल कट हुआ लड़का पता लगाया आखिर किस लिए पैसा मांगी है।
फिर एक दिन कॉल आया फिर अपने बारे में बताई क्युकी वो मुझे करीब करीब हर बात बताती थी और जब वो 11 क्लास के जिस स्कूल में गई थी मैने पहले ही बोला था देखना कोई लड़का आपको प्रपोज न कर दे। लेकिन वो कही की मुझे कौन प्रपोज करेगा आपके सिवा।
उन्होंने यह भी बताया कि एक लड़का मेरा पीछा कर रहा है,बार बार बात करने की कोशिश कर रहा है,तो लड़का ने पूछा की आप क्या बोली तो लड़की बोली हम भी जूती दिखा दिया हम कहे वाह बहुत खूब। बाते हुई फिर क्या धीरे धीरे सब कुछ हमे वो बताई फिर उसके पापा आए तो कॉल कट हो गया।
एक दिन लड़का स्कूल गया उसके पता लगाने की वो स्कूल वाला लड़का कौन है जो उसका पीछा कर रहा है तो पता चला कि वो प्यार करता है उस से। तो लड़का एक दिन फिर उसको धमकी देने स्कूल पहुंचा पता लगाए आखिर कौन है? समय बिता,और वो प्रपोज किया तो वो लड़की जो उस लड़के की थी नही मानी फिर उसको इग्नोर कर दी,लेकिन उसके बार बार पीछा करने के वजह से वो मान गई और वो लड़की भी उस से प्यार करने लगी।
सब कुछ वो लड़का जब पता लगाया तो उसका जमीन तले पैर खिसक गया क्युकी वो लड़की उसी स्कूली लड़के को गिफ्ट देने के लिए पैसा मांग रही थी उस लड़के से। वो लड़का बहुत रोया इतना रोया की उसका सीमा नहीं था,वो कुछ नहीं कर पा रहा था जिसको इतना अच्छा समझा वो ऐसे कर देगी उसको विश्वाश नही हुआ। इतना ही नही यह लड़की उस पर पूरा फिदा हो गई थी। उस से रोज मिलती रोज बाते करती,कितनी बार उसके कारण घर में बाते सुनी लेकिन इसका प्यार कम नहीं हुआ लेकिन वो स्कूली लड़का इसके साथ खेल रहा था वो अपने दोस्तो के साथ प्रोमिस किया था की इसको पटा लेंगे और वो कामयाब हो गया था,वैसे जो यह लड़की इतनी भोली थी की इसके अदा पर कोई भी दीवाना हो जाए इसलिए वो हमेशा कॉल्स में शांत रहती थी बस 2,4 दोस्त थे उसी के साथ रहती थी लेकिन उस स्कूली लड़के के कारण वो उसके जाल में फंस गई लेकिन वो बहुत प्यार करती थी।
INTERVAL
कहानी अभी खत्म नहीं हुआ है इसका अगला अध्याय दूसरी पंक्ति में पूर्ण किया जाएगा। यह पहला अध्याय है ।
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TheStoryTank
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