चौथी पास राजा

          चौथी पास राजा की कहानी जिसको सुनकर आप उस राजा पर सोचने पर मजबूर हो जायेंगें।


आइए बताते है कि वो राजा कौन था कहा का था पूरा कहानी को समझते है पढ़ते है।ध्यान रहे यह कहनी कोई खुद पर नही लेगा क्युकी यह कहनी एक राजा की है जो बहुत बड़ा तानाशाही था। चलिए बढते है उस कहानी की ओर।


एक समय की बात है एक बहुत बड़ा महान देश के छोटे से गांव में एक गरीब परिवार में एक बच्चे का जन्म हुआ जिसका नाम ABC था। वह छोटा सा गांव एक रेलवे स्टेशन के नजदीक में बसा हुआ था। जब वो लड़का जन्म लिया तो,उसकी कुंडली देखने के लिए उसके माता पिता ने गांव के साधु को अपने घर बुलाया। सभी लोग बहुत खुश थे क्युकी लड़का हुआ था और गांव में और उस जमाने में लड़का होने पर खुशियां मनाई जाती थी चाहे वो गरीब परिवार में ही क्यों न हो। 


गांव के साधु ने उस बालक का कुंडली बनाने लगे और देखने लगे तब उन्होंने उसकी मां बाप से कहा की यह लड़का एक दिन बहुत बड़ा राजा बनेगा मतलब बहुत बड़ा आदमी बनेगा। उसके मां बाप यह सुनकर आश्चर्यचकित हुए क्युकी वो एक गरीब थे और इस बालक का कुंडली इतनी बड़ी थी तो वो साधु को देखते रहे,और बोले की क्या यह सच है तो साधु ने बोला है बहना यह सच है। समय बीतता गया और वो लड़का 5 साल का हो गया। जैसा कि मैंने बोला की उसका गांव एक रेलवे स्टेशन के नजदीक था और उसका परिवार गरीब भी था तो लड़का रोज सुबह शाम चाय बेचता था ट्रेनों में,और उसका इसी से गुजरा चलने लगा। 


धीरे धीरे समय बिता लेकिन लड़का बहुत तेज था उपर से वो बोलने में फटर फटर था वो कही भी मजमा लगा देता है अपने दोस्तो को इकट्ठा कर के वो रेलवे के बाउंड्री पर बैठकर भाषण देने लगता था,और रुकता ही नही था। भाषण देते देते वो उस देश का सम्राट बन गया और वो *चौथी पास राजा* के नाम से मशहूर हो गया देश में। अब उस राजा से कोई भी कुछ भी साइन करवा कर चला जाता था क्युकी वो पढ़ा लिखा था नही और अफसरों से पूछता भी नही था कि किस पर साइन करवा रहे हो क्युकी वो अनपढ़ था बुरा लगता।


एक दिन वो यह अनपढ़ अनपढ़ के शब्दों से परेशान हो कर उस ने एक आइडिया लगाया की क्यू न हम डिग्री ले ले तब कोई अनपढ़ राजा नही बोलेगा। तब उस राजा ने MA का नकली सर्टिफिकेट बना कर पूरे देश में फैला दिया। अब वो राजा अनपढ़ से पढ़ा लिखा हो गया एक झटके में लेकिन उसके विरोधी लोग जो देश भक्त थे उनलोगो ने राजा पर RTI फाइल किया तो उन सभी पर यह चौथी पास राजा 25 हजार का जुर्माना लगा देता था।


धीरे धीरे बड़े बड़े व्यापारी अफसर उसके पास अलग अलग आइडिया ले कर आते थे। तो एक दिन एक अफसर आया और राजा से बोला की राजा जी एक बड़ा धांसू आइडिया है बोला इस से मालेमाल हो जायेंगे,आतंकवाद खत्म हो जायेगा, भ्रष्ट्राचार खत्म हो जायेगा,तो राजा बोला अच्छा तब क्या करना होगा तब उसने बोला की नोटबंदी कर दीजिए देश में,राजा ने रातों रात देश में नोटबंदी कर दिया अगले दिन देश के लोग खाने पीने,रोजगार सभी चीजों से वंचित होने लगे तब भी राजा को समझ नही है। फिर एक व्यापारी ने आया और बोला की राजा जी एक और आइडिया बेहतर है राजा बोला बताओ तो उसने कहा देश में यह तीन कानून पास कर दो तो किसानों को फायदा होगा राजा अनपढ़ था उसने तुरंत साइन कर दिया और पूरे देश के किसान सड़क पर आ गए,क्युकी वो कानून किसानों के विरुद्ध में था।


किसानों ने 1 साल तक उस कानून का विरोध किया और कई किसानों ने इस विरोध में अपना जान गवा बैठे, तब जा कर उस राजा ने वो काला कानून को वापस लिया। अब वो राजा कुछ भी करते चला जाता था क्युकी अनपढ़ था।


एक दिन उसके दिमाग में आया की क्या पता मैं कितने दिन तक राजा रहूंगा और वो गरीबी में जिया था तो उसने सोचा की अब दुबारा तो गरीबी मैं नहीं जिऊंगा तब उसने अपने प्रिय मित्र को बुलाया और बोला की देखो मित्र तुमसे एक काम है मैं तो राजा हू मै गलत कुछ कर नही सकता हु क्युकी मेरा छवि खराब हो जायेगा जनता के बीच में तो एक आइडिया है मित्र पैसा मेरा काम तुम्हारा,तुमको देश का हर एक सरकारी ठीका तुमको दूंगा उसमे तुम्हारा हिस्सा 10% होगा और बाकी मेरा तो मित्र यह डील मान लिया और फिर वो अनपढ़ राजा ने धीरे धीरे सब सरकरी ठीका उस अपने मित्र को देता गया।


समय बीतता गया तब उस मित्र ने उस राजा को बोला की आप एक काम कीजिए आप बैंक वालो से मुझे लोन दिलवा दीजिए तब राजा ने कुछ बैंको से जिस पर भ्रष्टाचार का आरोप लगा था उसको भमका कर राजा ने उस अपने मित्र को अरबों रुपया लोन दिलवा दिया। धीरे धीरे फिर उस राजा और वो मित्र मिलकर देश के बड़े बड़े कंपनियों को खरदीने लगे जैसे एयरपोर्ट,रेलवे स्टेशन, शिपॉर्ट,बिजली कंपनियां सब कुछ खरीदने लगा और सब कुछ का रेट बढ़ाने लगा उस मित्र के कहने पर क्युकी उसमें राजा का ही 90% हिस्सा था। 


देश में महंगाई से हाहाकार मचने लगा सब कुछ का रेट बढ़ने लगे पेट्रोल, डीजल ,बिजली , रसोई गैस से ले कर सब कुछ के दाम दुगने कर दिया उस राजा ने, यहां तक कि सरसो तेल से ले कर सब कुछ का रेट बढ़ा दिया। जब इस महंगाई का विरोध करता उस सभी को उस राजा ने जेल में डलवाने लगा चाहे वो मीडिया हो,नेता हो, जज हो किसी को भी नही छोड़ता था जो विरोध करता था उसको जेल में डाल देता था।


तब उसी देश में एक छोटा सा राज्य था जिसका मुख्यमंत्री कट्टर ईमानदार था और बहुत पढ़ा लिखा था, वो अपनी जनता से बहुत प्यार करता था इसलिए उसने अपनी जनता के लिए बिजली फ्री कर दिया ,स्कूल फ्री कर दिया, ईलाज मुफ्त कर दिया। तब उस चौथी पास राजा को मालूम हुआ कि यह क्या कर रहा है क्युकी बिजली कंपनियों, अस्पतालों, स्कूलों पर उसका कब्जा था तो उसने उस मुख्यमंत्री को जेल में डालने का तकरीब सोचने लगा, हड़काने लगा लेकिन वो मुख्यमंत्री कट्टर देश भक्त था वो नही डरा यह सब चीजों से और वो मुख्यमंत्री नही माना और वो वही किया जो जनता को चाहिए था, उस राज्य में महंगाई कम हो गया जनता बहुत खुश हुई की अब हमारे देश का राजा भी ऐसा ही होना चाहिए। तब देश की जनता ने उस चौथी पास राजा को जड़ से उखाड़ कर फेंक दिया और उस पढ़ा लिखा ईमानदार मुख्यमंत्री को राजा बना दिया फिर सब कुछ सस्ता हो गया उस देश में। अब वो देश बहुत तेजी से विकसित होने लगा।



इस कहानी से यही शिक्षा मिलती है कि किसी भी देश में अनपढ़ को राजा नही बनाना चाहिए नही तो सब कुछ खत्म हो जाता है और वो देश पीछे चला जाता है।


लेखक

The Story tank 

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