समाज क्या कहेगा, अगर यह सोचे तो प्यार किसी से होगा ही नही। एक ऐसी प्रेम कहानी,जो संबंध,समाज से उच्चतम है।
प्यार एक ऐसा संबंध,रिश्ता है जो ना चाहते हुए भी किसी से भी हो जाता है। साथियों आप सभी जानते है कि आज कल प्यार के बहुत मायने हो गए है किसी को लगता है प्यार जिस्म के लिए किया जाता है,किसी को लगता है पैसे के लिए किया जाता है,किसी को लगता है यह संबंध केवल जरूरत तक ही होता है। लेकिन साथियों "प्यार" वो धारा है जिसको रास्ते की जरूरत नहीं पड़ती है वो रास्ता खुद बना लेती है। उसी प्रकार से प्यार किस से कब हो जाए वो भगवान कृष्ण को भी नही पता था,क्युकी प्रेम का कोई अंत नहीं होता है। अंत केवल उसी का होता है जो केवल मतलब से किए जाते है, और आज का समाज में प्यार केवल पैसों के लिए,सेक्स के लिए ही रह गया है। पर कुछ लोग ऐसे है जो की मात्र 10% है जो केवल उनकी आत्मा से रूह से प्यार करते है,ऐसा प्यार करते है की उनके बिना एक पल नही जी सकते है। आज कल समाज में प्यार का बहुत गलत मतलब निकाला जाता है,लेकिन अगर देखा जाए तो पहले मतलब त्रेता युग, द्वापर युग...जैसे युगों में प्यार के लिए लोग सब कुछ त्याग देते थे,उनकी याद में डूब जाते थे जैसे उनसे बढ़ कर कोई है ही नही। यह कहानी है एक ऐसे लोगो की जिसका प्य...